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what is ltp in share market​

What is ltp in share market ?

शेयर बाजार में निवेश या ट्रेडिंग करने वालों के लिए एलटीपी (LTP) का मतलब समझना बहुत जरूरी है। यह एक ऐसा शब्द है, जो हर ट्रेडर और निवेशक की जुबान पर रहता है। अगर आप शेयर बाजार में नए हैं, तो इस ब्लॉग में हम आपको आसान शब्दों में समझाएंगे कि एलटीपी क्या होता है, इसका महत्व क्या है, और यह कैसे काम करता है।

ltp का मतलब

एलटीपी का पूरा नाम है “लास्ट ट्रेडेड प्राइस” (Last Traded Price)। इसका मतलब है किसी विशेष शेयर का वह आखिरी दाम जिस पर वह खरीदा या बेचा गया। जब आप किसी शेयर को ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म पर देखते हैं, तो वहां एलटीपी हमेशा दिखाई देता है। यह बाजार में उस समय शेयर के लेन-देन का सबसे हालिया मूल्य होता है।

ltp कैसे तय किया जाता है

एलटीपी पूरी तरह से मांग और आपूर्ति (Demand and Supply) पर निर्भर करता है। जब किसी शेयर को खरीदने वाले और बेचने वाले दोनों किसी एक मूल्य पर सहमत होते हैं, तो उस मूल्य पर ट्रेड होता है और वही एलटीपी बनता है। उदाहरण के लिए:

मान लीजिए, रिलायंस के एक शेयर का मौजूदा एलटीपी 2,500 रुपये है।किसी निवेशक ने 2,510 रुपये में शेयर खरीदने की इच्छा जताई और किसी ने 2,510 रुपये पर ही बेचने की इच्छा जताई।यह लेन-देन 2,510 रुपये पर पूरा हुआ। अब 2,510 रुपये उस शेयर का नया एलटीपी होगा।

ltp का महत्व

एलटीपी शेयर बाजार में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसका उपयोग निम्नलिखित तरीकों से होता है:

शेयर की वर्तमान स्थिति का पता लगाना

एलटीपी हमें यह बताता है कि किसी शेयर की बाजार में मौजूदा कीमत क्या है। यह जानकारी निवेशकों और ट्रेडर्स को सही निर्णय लेने में मदद करती है।

मूल्य में बदलाव का ट्रैक रखना

एलटीपी से आप यह समझ सकते हैं कि किसी शेयर की कीमत में बढ़त हो रही है या गिरावट।

बाजार का रुझान समझना

अगर किसी शेयर का एलटीपी लगातार बढ़ रहा है, तो इसका मतलब है कि उस शेयर की मांग ज्यादा है। वहीं, अगर एलटीपी गिर रहा है, तो इसका मतलब है कि शेयर की आपूर्ति ज्यादा है।

ट्रेडिंग रणनीति बनाने में मदद

एलटीपी देखकर ट्रेडर्स तय करते हैं कि उन्हें कब खरीदना या बेचना है।


 

ltp और अन्य मूल्य

एलटीपी के साथ-साथ कुछ और मूल्य भी शेयर बाजार में उपयोग किए जाते हैं, जैसे:

ओपनिंग प्राइस (Opening Price)

दिन की शुरुआत में शेयर का जो पहला दाम होता है, उसे ओपनिंग प्राइस कहते हैं।

क्लोजिंग प्राइस (Closing Price)

दिन के अंत में शेयर का जो आखिरी दाम होता है, उसे क्लोजिंग प्राइस कहते हैं।

हाई और लो प्राइस (High & Low Price)

दिन में शेयर का जो सबसे ज्यादा दाम होता है, उसे हाई प्राइस कहते हैं और जो सबसे कम दाम होता है, उसे लो प्राइस कहते हैं।


 

ltp कैसे देखें ?

एलटीपी देखने के लिए आप किसी भी ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म या स्टॉक मार्केट एप का इस्तेमाल कर सकते हैं। कुछ लोकप्रिय प्लेटफॉर्म हैं:

निवेश एप्स

Zerodha, Groww, Upstox आदि।

स्टॉक मार्केट वेबसाइट्स

NSE और BSE की आधिकारिक वेबसाइट।

मोबाइल एप्स

Moneycontrol, ET Markets आदि।

इन प्लेटफॉर्म्स पर आपको शेयर का एलटीपी रियल-टाइम में दिखाई देता है।

ltp पर ध्यान समय क्या सावधानी बरतें ?

एलटीपी आपको शेयर की वर्तमान स्थिति बताता है, लेकिन इसे ध्यान में रखते हुए कुछ बातें समझना जरूरी है:

केवल एलटीपी पर निर्भर न रहें

एलटीपी आपको शेयर की मौजूदा कीमत बताता है, लेकिन शेयर खरीदने या बेचने का निर्णय सिर्फ इस पर आधारित नहीं होना चाहिए। इसके लिए आपको कंपनी की वित्तीय स्थिति, मार्केट ट्रेंड और अन्य फंडामेंटल एनालिसिस करना जरूरी है।

वॉल्यूम को भी देखें

किसी शेयर का वॉल्यूम (Volume) यह बताता है कि उस शेयर में कितने लेन-देन हुए हैं। अगर वॉल्यूम ज्यादा है, तो एलटीपी ज्यादा विश्वसनीय माना जा सकता है।

अचानक बदलाव पर ध्यान दें

अगर एलटीपी में अचानक तेजी या गिरावट आती है, तो उसके पीछे का कारण समझना जरूरी है। ऐसा किसी बड़ी खबर या मार्केट की अस्थिरता के कारण हो सकता है।

नए निवेशकों के लिए सुझाव

एलटीपी को समझें

शेयर खरीदने से पहले एलटीपी और उससे जुड़े अन्य पहलुओं को अच्छी तरह समझें।

छोटी शुरुआत करें

अगर आप नए हैं, तो कम राशि से शुरुआत करें और एलटीपी पर ध्यान देकर बाजार को समझने की कोशिश करें।

सही प्लेटफॉर्म चुनें

ऐसे प्लेटफॉर्म का उपयोग करें जो एलटीपी के साथ अन्य डेटा भी सटीक और रियल-टाइम में प्रदान करे।

लॉन्ग टर्म सोचें

एलटीपी शॉर्ट टर्म में महत्वपूर्ण हो सकता है, लेकिन लॉन्ग टर्म निवेश के लिए फंडामेंटल एनालिसिस ज्यादा जरूरी है।

निष्कर्ष

एलटीपी (Last Traded Price) शेयर बाजार का एक बुनियादी लेकिन बेहद महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह आपको किसी शेयर की मौजूदा कीमत और बाजार के रुझान को समझने में मदद करता है। हालांकि, सिर्फ एलटीपी पर निर्भर रहकर निर्णय लेना सही नहीं है। आपको एलटीपी के साथ-साथ अन्य कारकों पर भी ध्यान देना चाहिए। अगर आप इसे सही तरीके से समझेंगे, तो शेयर बाजार में आपका अनुभव और भी बेहतर होगा।

तो, अगली बार जब आप किसी शेयर का एलटीपी देखें, तो इसे समझने और सही निर्णय लेने के लिए इस ब्लॉग में दी गई जानकारी का उपयोग करें।

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