sensex futures काम करने का तरीका काफी सरल है, लेकिन इसमें कुछ महत्वपूर्ण बातें हैं जिनका ध्यान रखना जरूरी है:
फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट: सेंसेक्स फ्यूचर्स में आप एक निश्चित अवधि के लिए सेंसेक्स के एक तय मूल्य पर अनुबंध करते हैं। उदाहरण के लिए, यदि सेंसेक्स का वर्तमान मूल्य 60,000 है, और आप यह मानते हैं कि भविष्य में यह बढ़ेगा, तो आप एक फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट खरीद सकते हैं। अगर सेंसेक्स भविष्य में बढ़ता है, तो आपको फायदा होगा।
लिवरेज का लाभ: sensex futures में लिवरेज (leverage) का उपयोग किया जाता है, जिसका मतलब है कि आप कम पूंजी के साथ बड़ी मात्रा में सेंसेक्स के फ्यूचर्स खरीद सकते हैं। उदाहरण के लिए, अगर आपको 60,000 के सेंसेक्स पर एक कॉन्ट्रैक्ट खरीदने के लिए 1 लाख रुपए की आवश्यकता है, तो आप केवल 20,000 रुपए से भी यह कॉन्ट्रैक्ट ले सकते हैं, बशर्ते ब्रोकर से आपको लिवरेज प्राप्त हो।
सेटलेमेंट डेट: फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट्स में एक निश्चित तारीख होती है, जिस दिन उनका निपटान (settlement) किया जाता है। सेंसेक्स फ्यूचर्स में यह तारीख आमतौर पर महीने के अंतिम गुरुवार को होती है।
प्रॉफिट और लॉस: sensex futures में प्रॉफिट और लॉस उसी अनुपात में होता है जैसा सेंसेक्स के वास्तविक मूल्य में परिवर्तन होता है। उदाहरण के लिए, यदि आपने सेंसेक्स फ्यूचर्स को 60,000 पर खरीदा और सेंसेक्स बढ़कर 62,000 हो गया, तो आपको 2,000 का मुनाफा होगा। वहीं, अगर सेंसेक्स घटकर 58,000 हो जाता है, तो आपको 2,000 का नुकसान होगा।